RBI New Rules – अगर आप पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। अब जल्द ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) पर्सनल लोन से जुड़ी अपनी कड़ी नीतियों में बदलाव करने वाला है। इसका मकसद है बैंकिंग सिस्टम को सुरक्षित रखना और कर्ज पर बढ़ते जोखिम को कम करना। पिछले कुछ सालों में पर्सनल लोन की मांग तेजी से बढ़ी है, लेकिन इसके साथ ही डिफॉल्ट यानी लोन चुकाने में विफलता के मामले भी बढ़ रहे हैं, जिससे RBI काफी चिंतित है। ऐसे में अब पर्सनल लोन लेना पहले जैसा आसान नहीं रहेगा।
RBI क्यों कर रहा है नियमों को सख्त?
पर्सनल लोन में गिरवी नहीं होती, यानी ये बिना किसी संपत्ति के दिए जाते हैं। इसलिए इन लोन का रिस्क बैंक के लिए ज्यादा होता है। 2023 में RBI ने इन लोन पर रिस्क वेट बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया था, जो पहले 100 प्रतिशत था। इसका मतलब बैंक को ऐसे लोन पर ज्यादा पैसे अलग रखने पड़ते हैं ताकि किसी तरह का नुकसान हो तो वो कवर हो सके। लेकिन अब RBI ने फैसला किया है कि नियम और भी सख्त करने होंगे ताकि कर्ज लेने वालों की योग्यता को और अच्छी तरह जांचा जा सके।
अब लोन मिलेगा केवल अच्छे क्रेडिट स्कोर वालों को
RBI ने बैंकों को साफ निर्देश दिए हैं कि वे पर्सनल लोन देते वक्त ज्यादा सावधानी बरतें। अब लोन की मंजूरी मुख्य रूप से आपकी क्रेडिट स्कोर के आधार पर दी जाएगी। जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर कम होगा या जिनके ऊपर पहले से दूसरे कर्ज जैसे होम लोन या कार लोन चल रहे होंगे, उन्हें पर्सनल लोन मिलना बहुत मुश्किल होगा। RBI का मकसद है कि केवल वही लोग लोन लें जिनकी वित्तीय स्थिति मजबूत हो और वे समय पर लोन चुका सकें।
रिटेल लोन की बढ़ती मांग से RBI की चिंता
पिछले कुछ सालों में रिटेल लोन यानी पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड लोन और छोटे कर्जों की संख्या तेजी से बढ़ी है। यह बढ़ोतरी आर्थिक गतिविधियों के लिए अच्छी बात हो सकती है, लेकिन इससे जुड़े जोखिम भी बढ़ गए हैं। कई बार लोग जरूरत से ज्यादा कर्ज ले लेते हैं और चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं, जिससे बैंकिंग सिस्टम पर दबाव पड़ता है। RBI इसी जोखिम को देखते हुए नए नियम बनाने जा रहा है ताकि बैंकिंग व्यवस्था मजबूत बनी रहे।
RBI का नया कदम क्या होगा?
RBI जल्द ही अपने नए दिशा निर्देश जारी कर सकता है। इसके तहत बैंक लोन देने से पहले ज्यादा जांच-पड़ताल करेंगे। अब वे हर उधारकर्ता की पूरी आर्थिक स्थिति, उसकी बाकी देनदारियों और क्रेडिट हिस्ट्री को बारीकी से देखेंगे। बैंक केवल उन्हीं लोगों को लोन देंगे जिनकी भुगतान क्षमता अच्छी होगी। इसका मतलब ये हुआ कि अब आसानी से लोन लेने वालों की दिनें खत्म हो गई हैं।
कर्ज लेना होगा अब ज्यादा सावधानी से
अगर आपके ऊपर पहले से कोई होम लोन, कार लोन या कोई अन्य कर्ज चल रहा है तो आपको पर्सनल लोन मिलना और भी मुश्किल होगा। RBI ने साफ कर दिया है कि वो चाहती है कि लोग जरूरत से ज्यादा कर्ज न लें और अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार ही कर्ज लें। इस नए नियम से कई लोगों को अपने खर्चों की योजना फिर से बनानी पड़ेगी।
बैंकिंग व्यवस्था को सुरक्षित बनाने की कोशिश
RBI का यह कदम बैंकिंग व्यवस्था को सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। बढ़ते डिफॉल्ट और अनियंत्रित लोन वितरण से बैंकिंग सेक्टर को काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए RBI ने इस बार कर्ज देने के नियमों को कड़ा किया है ताकि बैंक अपनी वित्तीय सेहत बनाए रख सकें और ग्राहक भी फंसा न जाएं।
अब क्या करना चाहिए?
अगर आप पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले अपनी क्रेडिट स्कोर जांच लें। समय पर अपने पुराने कर्ज चुका रहे हैं या नहीं, इसका भी ध्यान रखें। कोशिश करें कि आप ज्यादा कर्ज न लें और अपनी भुगतान क्षमता के मुताबिक ही लोन लें। साथ ही, बैंक से लोन लेने से पहले सारे नियम और शर्तें ध्यान से समझ लें ताकि बाद में कोई दिक्कत न हो।
आने वाले दिनों में पर्सनल लोन लेना आसान नहीं रहेगा। RBI के नए निर्देशों के चलते बैंक कर्ज देने में काफी सतर्क होंगे। जो लोग पहले से कई लोन उठा चुके हैं, उन्हें अब नए पर्सनल लोन मिलने में दिक्कत आएगी। यह बदलाव बैंकिंग सिस्टम की मजबूती के लिए जरूरी है और आम लोगों को भी आर्थिक तौर पर सुरक्षित रखने में मदद करेगा।
इसलिए, अगर आपकी योजना पर्सनल लोन लेने की है, तो अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करें, क्रेडिट स्कोर पर ध्यान दें और जरूरत से ज्यादा कर्ज लेने से बचें। आने वाले समय में कर्ज लेना थोड़ा चुनौतीपूर्ण जरूर होगा, लेकिन यह आपकी आर्थिक सुरक्षा के लिए एक सकारात्मक कदम भी है।