ATM Charges – अगर आप भी हर महीने कई बार एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। अब से SBI, PNB, HDFC और अन्य बड़े बैंकों के ग्राहक हर बार एटीएम पर जाने से पहले दो बार सोचेंगे, क्योंकि ATM से पैसे निकालने पर लगने वाले चार्ज में बदलाव कर दिया गया है। RBI के नए नियम के तहत अब ग्राहकों को पुराने मुकाबले ज्यादा चार्ज देना पड़ेगा। आइए आपको पूरे मामले को आसान भाषा में समझाते हैं।
RBI का बड़ा फैसला
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने 28 मार्च को एक नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि अब बैंक ग्राहकों से ATM से पैसे निकालने पर ज्यादा चार्ज वसूल सकते हैं। ये बदलाव 17 मई से लागू हो गए हैं और इसका असर सीधा आम जनता पर पड़ने वाला है, खासकर उन लोगों पर जो कैश निकालने के लिए बार-बार एटीएम का रुख करते हैं।
क्या हैं नए नियम?
नई गाइडलाइन के मुताबिक, कोई भी ग्राहक अपने बैंक के एटीएम से हर महीने सिर्फ 5 बार फ्री में पैसे निकाल सकता है। इसमें वित्तीय (कैश निकालना) और गैर-वित्तीय (बैलेंस चेक करना, मिनी स्टेटमेंट निकालना वगैरह) दोनों तरह के ट्रांजैक्शन शामिल हैं। इसके बाद अगर आप छठी बार एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको हर ट्रांजैक्शन पर 23 रुपये चार्ज देना होगा, जो पहले 21 रुपये था। साथ में उस पर जीएसटी भी लगेगा।
दूसरे बैंक के एटीएम से लेनदेन पर भी चार्ज
अगर आप किसी और बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो मेट्रो शहरों में आप सिर्फ 3 बार फ्री में लेनदेन कर सकते हैं। वहीं नॉन मेट्रो शहरों में यह सीमा 5 लेनदेन की है। इसके बाद हर बार पैसे निकालने पर वही 23 रुपये और टैक्स देने होंगे।
कौन-कौन से बैंक लागू कर चुके हैं ये नियम?
SBI, PNB, HDFC और इंडसइंड बैंक जैसे प्रमुख बैंकों ने ये नियम 17 मई से लागू कर दिए हैं। इन बैंकों ने अपने ग्राहकों को मैसेज और मेल के जरिए पहले ही सूचित कर दिया था। यानी अब अगर आप महीने में पांच से ज्यादा बार एटीएम जाते हैं, तो जेब ढीली होनी तय है।
गैर-वित्तीय ट्रांजैक्शन पर भी चार्ज
सिर्फ पैसे निकालना ही नहीं, बल्कि बैलेंस पूछने, मिनी स्टेटमेंट निकालने या कोई अन्य सर्विस लेने पर भी अब चार्ज लगेगा। PNB ने बताया है कि गैर-वित्तीय ट्रांजैक्शन पर भी 11 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। यानी अब हर एटीएम विजिट सोच-समझकर करना होगा।
कैश रिसाइकलर मशीन पर भी लागू होंगे नए नियम
कई लोग अब कैश रिसाइकलर मशीन का इस्तेमाल करते हैं जिसमें पैसा जमा भी किया जा सकता है और निकाला भी। अब RBI के अनुसार इन मशीनों पर किए गए ट्रांजैक्शन पर भी वही नियम और चार्ज लागू होंगे। यानी राहत की कोई गुंजाइश नहीं बची है।
आम लोगों पर क्या असर होगा?
अगर आप महीने में 10 बार एटीएम जाते हैं और पैसे निकालते हैं, तो पहले 5 ट्रांजैक्शन फ्री होंगे, लेकिन बाकी 5 ट्रांजैक्शन पर आपको 115 रुपये (23×5) और उस पर जीएसटी देना होगा। यानी हर महीने अगर आप जरूरत से ज्यादा बार कैश निकालते हैं, तो आपके बजट पर असर पड़ सकता है।
डिजिटल पेमेंट का बढ़ावा
बैंकों का मकसद भी यही है कि लोग अब डिजिटल पेमेंट की तरफ शिफ्ट करें। UPI, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल करके ग्राहक एटीएम चार्ज से बच सकते हैं। यही वजह है कि बैंक भी अब डिजिटल ट्रांजैक्शन को प्रोमोट कर रहे हैं।
ग्राहकों के लिए जरूरी सलाह
अगर आप बार-बार एटीएम जाते हैं, तो अब समय आ गया है कि प्लानिंग के साथ पैसे निकालें। कोशिश करें कि ज्यादा रकम एक बार में निकालें ताकि बार-बार ATM जाने से बचा जा सके। साथ ही जब भी संभव हो, UPI या अन्य डिजिटल मोड का उपयोग करें।
यह सभी जानकारी RBI और विभिन्न बैंकों द्वारा जारी किए गए नियमों पर आधारित है। अगर आपको अपने बैंक के नियमों के बारे में कोई संदेह है, तो सीधे अपने बैंक की ब्रांच से संपर्क करें या उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।