LPG Cylinder Price – मई की शुरुआत के साथ ही एलपीजी सिलेंडर की कीमतों को लेकर एक ताज़ा खबर सामने आई है, जो खासतौर पर होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट और छोटे व्यापारियों के लिए राहत भरी है। इस बार कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में कटौती की गई है, यानी अब खाने-पीने के कारोबार करने वालों का गैस का खर्च थोड़ा कम हो जाएगा। वहीं दूसरी तरफ घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, मतलब आम उपभोक्ताओं के लिए न तो राहत मिली और न ही जेब पर कोई अतिरिक्त बोझ पड़ा।
कमर्शियल सिलेंडर सस्ता, घरेलू सिलेंडर के रेट स्थिर
हर महीने की पहली तारीख को तेल कंपनियां गैस सिलेंडर के नए दाम जारी करती हैं। मई 2025 में जो अपडेट आया है, उसके अनुसार 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में करीब 14 से 17 रुपये तक की कमी की गई है। यह कटौती दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई जैसे बड़े शहरों में लागू की गई है।
वहीं घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलो वाले सिलेंडर की कीमतें अप्रैल की तरह ही बनी हुई हैं। यानी जो रेट पिछले महीने था, वही अब भी लागू है।
आपके शहर में क्या है नया रेट? चलिए डालते हैं एक नजर:
दिल्ली में घरेलू सिलेंडर 853 रुपये का है, जबकि कमर्शियल सिलेंडर 1747 रुपये का।
मुंबई में घरेलू सिलेंडर 852 रुपये और कमर्शियल सिलेंडर 1699 रुपये का मिल रहा है।
कोलकाता में घरेलू गैस 879 रुपये की और कमर्शियल 1851 रुपये की हो गई है।
चेन्नई में घरेलू सिलेंडर 868 रुपये और कमर्शियल 1906 रुपये में बिक रहा है।
लखनऊ, पटना और जयपुर जैसे शहरों में भी इसी तरह करीब-करीब यही रेट्स हैं, थोड़े बहुत ऊपर नीचे हो सकते हैं।
कमर्शियल सिलेंडर ही क्यों सस्ता हुआ?
दरअसल कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों, डॉलर के मुकाबले रुपये की वैल्यू, ट्रांसपोर्ट खर्च और टैक्स पर निर्भर करती हैं। इस बार कच्चे तेल की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है, जिसका सीधा फायदा व्यापारिक उपभोक्ताओं को मिला है। होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों में गैस का इस्तेमाल ज्यादा होता है, ऐसे में इनके लिए यह राहत बड़ी मायने रखती है।
घरेलू उपभोक्ताओं को क्यों नहीं मिला फायदा?
अब सवाल यह है कि जब कमर्शियल सिलेंडर सस्ता हुआ तो घरेलू वाला क्यों नहीं? इसका कारण सरकार की नीति है। सरकार पहले से ही घरेलू सिलेंडर पर सब्सिडी देती है, खासकर उज्ज्वला योजना के तहत। ऐसे में हर बार घरेलू सिलेंडर की कीमतों में उतार-चढ़ाव नहीं किया जाता। इसके अलावा कोशिश यह भी रहती है कि आम जनता के घरेलू बजट पर ज्यादा असर न पड़े, इसलिए दाम स्थिर रखे जाते हैं।
कैसे चेक करें अपने शहर का रेट?
अगर आपको अपने शहर का मौजूदा एलपीजी रेट जानना है तो कई तरीके हैं –
- सबसे आसान तरीका है गैस कंपनी के मोबाइल ऐप से चेक करना। इंडियन ऑयल, भारत गैस और एचपी गैस के ऐप्स पर सीधे जानकारी मिल जाती है।
- SMS के जरिए भी आप अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से संबंधित कंपनी के नंबर पर मैसेज भेजकर जानकारी पा सकते हैं।
- कॉल सेंटर यानी IVRS नंबर पर कॉल करके भी रेट की जानकारी ले सकते हैं।
- या फिर कंपनी की वेबसाइट पर जाकर अपने एरिया का नाम डालें और ताजा रेट देख लें।
उज्ज्वला योजना वालों के लिए क्या है जरूरी?
अगर आप उज्ज्वला योजना के लाभार्थी हैं तो सब्सिडी का पैसा सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर होता है। कई बार लोग शिकायत करते हैं कि उन्हें सब्सिडी नहीं मिल रही। इसका कारण हो सकता है कि बैंक अकाउंट या KYC डिटेल अपडेट नहीं हो। ऐसे में गैस एजेंसी या बैंक से संपर्क करें और अपनी जानकारी सही करवाएं ताकि अगली बार से आपको सब्सिडी समय पर मिल सके।
एलपीजी के रेट्स क्यों बदलते हैं?
एलपीजी के दाम सिर्फ भारत के हालात पर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी निर्भर करते हैं। जैसे –
- क्रूड ऑयल की कीमतों में बदलाव
- डॉलर और रुपये की विनिमय दर
- सरकार की टैक्स और सब्सिडी नीति
- डीलर कमीशन और ट्रांसपोर्टेशन का खर्च
मई 2025 की स्थिति को समझें – क्या है फायदा, क्या है नुकसान?
फायदा ये हुआ कि:
- होटल और ढाबों का खर्च कम हुआ
- छोटे कारोबारियों को राहत मिली
- घरेलू गैस महंगी नहीं हुई, जेब पर असर नहीं पड़ा
नुकसान यह है कि:
- घरेलू उपभोक्ताओं को कोई सीधी राहत नहीं मिली
- अगर इंटरनेशनल मार्केट में फिर से तेल के दाम बढ़े, तो अगली बार सिलेंडर महंगा हो सकता है
तो अब क्या करें?
हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी के दाम अपडेट होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप समय-समय पर रेट जरूर चेक करते रहें। साथ ही अगर आप उज्ज्वला योजना से जुड़े हैं तो अपने बैंक और गैस एजेंसी से जुड़ी सभी जानकारियां अपडेट रखें। अगली बार जब गैस सिलेंडर भरवाएं, तो एक बार इन बातों को जरूर ध्यान में रखें क्योंकि रसोई का खर्च सीधे आपके बजट को प्रभावित करता है।